हाडौती हलचल न्यूज़ डिजिटल नेटवर्क
पिड़ावा। सकल दिगंबर जैन समाज, अखिल भारतीय जैन युवा फैडरेशन, मुमुक्षु मंडल द्वारा आयोजित वैराग्य सभा में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त, तत्ववेत्ता, जैन जगत के मूर्धन्य विद्वान हुकम चंद भारिल को वैराग्य सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सभा के दौरान पंडित नेमीचंद जैन ने भारिल को जैन जगत का अद्वितीय रत्न बताया। पंडित कमल चंद जैन, पंडित धन सिंह ज्ञायक द्वारा इनके जीवन से संबंधित विभिन्न संस्मरण सुनाए तथा विभिन्न आध्यत्मिक शिविरों को इनकी देन बताया। कवि बाबू सिंह कमाल द्वारा काव्य पाठ कर विभिन्न रचनाओं से अवगत कराया गया।राकेश प्रेमी द्वारा गीत के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित किये गए। मनीष शास्त्री ने डॉक्टर साहब को लेकर समन्वय के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। शिक्षा विद प्रकाश सिंह जैन, कैलाश सिंह जैन,धनसिंह जैन, सुरेंद्र जैन ने युवा शास्त्री विद्वानों को दादा के जीवन से प्रेरणा लेने की सीख प्रदान की गई । चिन्मय शास्त्री, यश शास्त्री, सहज शास्त्री, विवेक शास्त्री, शिखर शास्त्री ने दादा के जीवन से संबंधित अपने अध्ययन काल के विभिन्न प्रसंग सुनाए। सन्मति शास्त्री ने अंतिम समय में उनके साथ बिताए गए बहुमूल्य पलो से सभा को अवगत कराया। सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष अनिल चेलावत ने अंतर्राष्ट्रीय विद्वान व धर्मेंद्र शास्त्री के विरह को जैन जगत के लिए विराट क्षति बताया। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में महिला, पुरुष व पाठशाला के बच्चे मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कवि अनिल उपहार द्वारा किया गया।
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