पिड़ावा। नगर में दिगंबर जैन समाज के श्रावक श्राविकाये द्वारा सभी मंदिरों में उत्तम संयम धर्म व सुगंध दशमी का पर्व बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर नित्य नियम की पूजन, दश लक्षण, सोलाहकारण व शीतलनाथ भगवान की पूजन की गई। सुगंध दशमी पर महिलाओं के द्वारा उपवास किए, सुगंध दशमी की व्रत कथा सुनी गई, श्रावक श्राविकाओ ने जिनेंद्र देव भगवान के समक्ष धूप चढ़ाई गई।
प्रवक्ता मुकेश जैन चेलावत ने बताया कि 10 लक्षण पर्व के अंतर्गत भाद्रपद शुक्ल पक्ष में आने वाली दशमी के दिन जैन समाज के सभी लोग सुगंध दशमी पर्व मनाते हैं। इस व्रत को विधि पूर्वक करने से हमारे अशुभ कर्मों का क्षय होकर हमें पुण्य बंध की प्राप्ति होती है साथ ही सांसरिक दृष्टि से उत्तम शरीर प्राप्त होना भी इस दिन का फल बताया है। दोपहर में श्री पारसनाथ दिगंबर जैन जुना मंदिर नवीन जिनालय में भूतबलि सागर महाराज, मुनि सागर महाराज ने उत्तम संयम धर्म के बारे में बताया कि 10 लक्षण धर्म का छठवां धर्म उत्तम संयम धर्म है हमें अपने जीवन को संयमित बनाना चाहिए है। जो व्यक्ति अपनी इंद्रियों पर संयम रखता है। उसका जीवन सफल हो जाता है, उन्होंने बताया कि संयम धर्म हमारे जीवन को संयमित बनाने की प्रेरणा देता है जिसके जीवन में संयम नहीं उसके जीवन में नियंत्रण नहीं है शाम को गुरु भक्ति बड़े मंदिर में रात्रि में आरती व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
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