पिड़ावा। श्री सांवलिया पारसनाथ अतिशय क्षेत्र दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में 108 भूतबलि सागर महाराज ससंघ की ग्रीष्म कालीन धर्म देशना बड़े हर्ष उल्लास और भक्तिभाव के साथ चल रही है। श्रावक, श्राविकाये अभिषेक, शांतिधारा, पूजन, प्रवचन, आहारचर्या, गुरु भक्ति, वैयावृत्ति आदि के माध्यम से पूण्य लाभ ले रहे है। प्रवक्ता मुकेश जैन चेलावत ने बताया की चतुर्मास में सभी जैन सन्त अपनी यात्रा रोक देते हैं और एक ही स्थान मन्दिर में रहकर यम और नियम का पालन करते हैं। जैन धर्म के अनुसार यह चार महा व्रत, साधना, और तप के माध्यम से अपनी आत्मा का कल्याण करते हैं। जैन धर्म में ज्ञान का दर्शन चरित्र की आराधना का पर्व चातुर्मास की स्थापना मुनि श्री की 13 जुलाई को होगी मुनि श्री 26 जून रविवार को दोपहर 2 बजे घोषणा करेंगे कि चतुर्मास कहां करना है इस क्रम में रविवार को श्री सांवलिया पारसनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर पिड़ावा में चातुर्मास के लिए मध्यप्रदेश के आष्टा, सुसनेर सकल दिगम्बर जैन समाज पिड़ावा के श्रावक, श्राविकाओ ने 108 भूतबलि महाराज ससंघ के समक्ष श्री फल भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं पंचबालयति जिनालय स्वाध्याय भवन खंडपुरा में तीनलोक महामंडल विधान के छटे दिन पं.मनिष शास्त्री के सानिध्य में संगीतमय पूजन की गई व ब्रम्हचारी क्षेणिक व अन्य विद्वानों के प्रवचन का पूण्य लाभ मिला 14 जून को विधान के समापन पर शोभायात्रा निकाली जायेगी।
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