HADOTI HULCHAL NEWS

HADOTI HULCHAL NEWS

जिला कलक्टर ने मधुसखी झालावाड़ी शहद के संबंध में ली समीक्षा बैठक, 5 लाख 40 हजार के ऋण का चैक दिया


झालावाड़। पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् झालावाड़ द्वारा मंगलवार को जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित की अध्यक्षता में झालावाड़ी प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड, असनावर मधुमक्खी पालक एवं बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के साथ मधुसखी झालावाड़ी शहद से संबंधित समीक्षा बैठक जिला परिषद् के सभागार में आयोजित की गई। बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने उपस्थित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से कहा कि मधुसखी झालावाड़ी शहद के उत्पादन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को रोजगार दिलाना एवं उन्हें सशक्त व सबल बनाना है। उन्होंने कहा कि हमें मधुसखी झालावाड़ी शहद को अपनी लगन व मेहनत से जिले में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश एवं देश में फैलाना है। इसके लिए अभी तक समूहों की जो महिलाएं इस कार्य से नहीं जुड़ी है, उन्हें भी जागरूक एवं प्रेरित कर इस कार्य से जोड़ें। समूह की जो महिलाएं मधुमक्खी पालन का कार्य नहीं कर सकती हैं। वह केवल बी-बॉक्स खरीदकर भी शहद के उत्पादन में अपना सहयोग दे सकती हैं। इसके लाभांश का वितरण बॉक्स खरीदने वाली तथा कार्य करने वाली महिलाओं के मध्य एफपीओ (किसान उत्पादन संगठन) के नियमानुसार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहद उत्पादन के कार्य को करने के लिए जो भी आवश्यक मांग हो उसे गठित समिति के समक्ष रखें ताकि उसे पूर्ण करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बी.टी. ने बताया कि झालावाड़ी शहद के उत्पादन कार्य के लिए एफपीओ में अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ें तथा पूर्ण पारदर्शिता के साथ कार्य करें। इस कार्य में लगी नीचले स्तर की प्रत्येक महिला को कम्पनी के लाभांश एवं बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा लिए गए निर्णयों की पूर्ण जानकारी होना आवश्यक है। समूह की किसी भी महिला अथवा डायरेक्टर्स की जो भी मांग हो उसे पूर्ण करने का प्रयास किया जाएगा। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल पवित्रा पारेता ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में मनोहरथाना, अकलेरा, पिड़ावा, खानपुर, बकानी एवं झालरापाटन के 16 सीएलएफ (क्लस्टर लेवल फेडरेशन) के कुल 325 स्वयं सहायता समूहों की 455 महिलाओं द्वारा 726 बी-बॉक्सों के माध्यम से शहद के उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। बोर्ड द्वारा भविष्य में बॉक्स की संख्या 1350 करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब तक सरसों का 3040 किलो, धनिये का 1000 किलो तथा बबूल का 840 किलो शहद का उत्पादन किया जा चुका है। बैठक के दौरान लाभांश वितरण, मार्केटिंग (विपणन) एवं सीएलएफ द्वारा विक्रय, कच्चे शहद की कीमत, स्वयं सहायता समूहों की नई महिलाओं के प्रशिक्षण तथा एफपीओ के कार्यालय भवन तथा शहद के भण्डारण के लिए स्थल के बारे में झालावाड़ी प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं एवं संबंधित अधिकारियों से चर्चा की गई।


5 लाख 40 हजार के ऋण का चैक किया प्रदान

समीक्षा बैठक के दौरान बकानी निवासी प्रियंका गुप्ता को मधुमक्खी पालन के लिए 5 लाख 40 हजार रुपए का ऋण प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत एसबीआई बैंक देवर के माध्यम से दिया गया। जिसका चैक जिला कलक्टर द्वारा लाभार्थी को प्रदान किया गया। बैठक में जिला प्रबंधक आजीविका राजेश कुमार लोधी, जिला तकनीकी विशेषज्ञ रोशन सिंह, डीएमएफआई महेश प्रजापति, डीएमआईवी डालचंद लोधा, वायपी प्रवीण राठौर, सन्नी कुमार सहित खण्ड परियोजना प्रबंधक, कृषि विपणन विशेषज्ञ आदि उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ