HADOTI HULCHAL NEWS

HADOTI HULCHAL NEWS

कल्याणकारी योजनाओं के ऋण स्वीकृत न करने का कारण बताएं

 

झालावाड़ । बीस सूत्रीय कार्यक्रम की द्वितीय स्तरीय बैठक गुरूवार को जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित की गई।

बैठक में जिला कलक्टर को प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति से अवगत कराते हुए जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी श्रीनिधि बी.टी. ने बताया कि इस वर्ष नई स्वीकृतियों की प्रक्रिया देरी से जारी हुई हैं उन्हें प्रथम किस्त का भुगतान किया जा रहा है तथा शीघ्र ही द्वितीय व तृतीय किस्त का भुगतान भी कर दिया जाएगा।

अनुसूचित जाति विकास निगम की बैंक ऋण योजना के अन्तर्गत पर्याप्त आवेदन बैंकों को भिजवाए जाने के बावजूद कम प्रगति रहने पर जिला कलक्टर द्वारा सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में ऋण स्वीकृत करने में अनावश्यक रूप से देरी कर जिले की रैंकिंग खराब करने वाले बैंकर्स की सूची तैयार करें ताकि उक्त योजनाओं के संबंध में आगामी बैंकर्स की बैठक में संबंधित बैंक पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जा सके।  

जिला कलक्टर के टीकाकरण में कम उपलब्धि अर्जित होने का कारण जानने पर आरसीएचओ द्वारा जानकारी दी गई कि ऑपरेटर की हड़ताल के कारण कम्प्यूटर में टीकाकारण की जानकारी पूर्णतः फीड नहीं हो पाई। जिस पर जिला कलक्टर ने सीएचसी पर उपलब्ध कर्मचारियों से टीकाकरण के सही तथ्यात्मक जानकारी फीड करवाने के निर्देश प्रदान किए।

राजीविका के अन्तर्गत 1628 के विरूद्ध 965 समूहों के गठन के बारे में जिला परियोजना प्रबंधक महेश चन्द गुप्ता द्वारा बताया गया कि सोशियो इकॉनोमिक एण्ड कॉस्ट सेंसेस (सेक) 2011 के अनुसार जिले के परिवारों की 80 प्रतिशत विवाहित महिलाओं को समूह से जोड़ा जा चुका है और इससे अधिक समूह बनने की संभावनाएं कम हैं। समूहों का कम गठन होने के कारण रिवाल्विंग फण्ड भी कम जारी हुआ है। इस पर जिला कलक्टर ने जिले की वर्तमान महिलाओं की जनसंख्या व सेक अनुसार समूह से जुड़े परिवारों में अंतर पता लगाने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए हैं। जिला कलक्टर ने श्रम विभाग, राजीविका व स्वच्छता कार्यक्रम के लक्ष्यों को भी पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को प्रदान किए।

घर-घर नल योजना के अन्तर्गत जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि वर्तमान में चल रहे कार्यों की गति को देखते हुए लक्ष्य की 45 प्रतिशत उपलब्धि होने की संभावना है। जिस पर जिला कलक्टर ने इस योजना में प्रगति लाने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए।

बैठक में सहायक उप वन संरक्षक राजेश शर्मा, जेवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता के.के. शुक्ला, अग्रणी बैंक अधिकारी राजकुमार शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक गौरीशंकर मीना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


राजीव गांधी जल संचय योजना के कार्यों का किया निरीक्षण

झालावाड़ । जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बी.टी. द्वारा बुधवार को राजीव गांधी जल संचय योजना प्रथम चरण के अन्तर्गत ग्राम थमारी पंचायत समिति अकलेरा में जल संसाधन विभाग, वन विभाग एवं जलग्रहण विकास विभाग द्वारा कराये गये कार्यों का औचक निरीक्षण कर भौतिक सत्यापन किया गया।

इस दौरान जल संसाधन विभाग द्वारा ग्राम थमारी ब्लॉक अकलेरा में स्वीकृत 48.00 लाख रुपए के एनीकट जिस पर वास्तविक व्यय 29.00 लाख हुआ है, जलग्रहण विकास विभाग द्वारा ग्राम सलावद में 8.50 लाख के पक्का चेक डेम के कार्य जिस पर वास्तविक व्यय 4.90 लाख एवं वन विभाग द्वारा ग्राम थमारी में कराए गए वृक्षकुंज कार्य का भी निरीक्षण किया।

जल संसाधन विभाग द्वारा ग्राम थमारी में बनाये गये एनीकट से मौके पर 7-8 काश्तकारों के द्वारा पाईप लाईन डालकर सिंचाई करने वाले काश्तकारों एवं पास के खेतों में कार्य कर रहे काश्तकारों व मजदूरों को बुलाकर मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा एनीकट के संबंध में जानकारी ली गई। इस पर काश्तकारों व मजदूरों द्वारा बताया गया कि उक्त एनीकट से किसानों को फायदा हुआ है। दो-तीन वर्ष पूर्व तक किसान केवल एक ही फसल कर पाते थे परन्तु एनीकट का निर्माण होने से सभी काश्तकार दो फसल ले रहे हैं। पहले काश्तकार सरसों की फसल लेते थे अब ज्यादातर किसान सरसों की जगह गेहूँ की फसल भी ले रहे है जिससे किसानों की आय में 10-15 हजार रू. प्रतिवर्ष की वृद्धि हुई है।

उक्त एनीकट की उपयोगिता देखकर मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा अधिक से अधिक एनीकट के कार्य के प्रस्ताव बनाने के निर्देश प्रदान किए। जल संसाधन विभाग, वन विभाग एवं जल ग्रहण विकास विभाग द्वारा कराये गये कार्यों के भौतिक सत्यापन उपरान्त कार्यों की गुणवत्ता सन्तोषजनक पाई गई। निरीक्षण के दौरान तीनों विभागों के अधिकारी साथ रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ