HADOTI HULCHAL NEWS

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संविदा कर्मियों, प्रतिनियुक्ति चिकित्सक के भरोसे चल रहा है चिकित्सालय, विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद खाली


सौरभ जैन
पिड़ावा उपखंड का सबसे बड़ा 50 बेड वाला सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में बहुत ही लंबे समय से चिकित्सको के लिए तसर रहा है । इसी के साथ ही नगर सहित क्षेत्र के आमजन का भी लंबे समय से चिकित्सको का इन्तजार ख़त्म होने का नाम ही नही ले रहा । आखिर कब तक 3 चिकित्सको के भरोसे चलेगा उपखंड का सबसे बड़ा चिकित्सालय । जब भी क्षेत्रवासियो द्वारा चिकित्सको को लगाने की बात की जाती है । स्वास्थ विभाग के उच्य अधिकारियो द्वारा या तो चिकित्सको को जल्द लगाने का आश्वासन दिया जाता है या फिर अपना पलड़ा झाड़ते हुए उच्य अधिकारो को अवगत कराने की बात कही जाती है । बहुत ही लम्बे समय से पिड़ावा चिकित्साल चिकित्सको की कमी से जूझ रहा है ।

संविदा कर्मी के भरोसे चिकित्सालय
वर्तमान समय में चिकित्सालय में लगभग 55 लोगों का स्टाफ है । जिसमें से 35 कर्मचारी को संविदा पर लगे हुए हैं जिनको हर महीने लगभग दो लाख रुपए का भुगतान किया जा रहा है । वही लगभग 20 कर्मचारी परमानेंट है । राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी, आयुष्मान, भामाशाह स्वास्थ बीमा योजना, मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना, मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना में संविदा कर्मियों को चिकित्सालय में लगा रखा है ।

ओपीडी में एक चिकित्सक दे रहे है ड्यूटी
कोरोना काल में इंचार्ज शिप को भी देखते हुए अधिकतर एक मात्र चिकित्सक डॉ पवन पाटीदार ने मरीजो को परामर्श दिया और वर्तमान समय में भी ओपीडी सम्भाल रहे है । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दंत चिकित्सक, महिला चिकित्सक, सर्जन, शिशु रोग विशेषज्ञ, मेडिसिन चिकित्सक, नेत्र रोग विशेषज्ञ सहित 11 पद स्वीकृत है । वर्तमान समय में फिजिशन रईस अहमद, सर्जन अशोक वशिष्ठ  व डेंटिस्ट शैलेश गुप्ता कार्यरत है जबकि सीएचसी इंचार्ज डॉ पवन पाटीदार व हेमंत कलाल को लंबे समय से प्रतिनियुक्ति पर लगा रखा है ।

एक टाइम पर एक चकित्सक दे रहे ड्यूटी
वर्तमान समय में डॉ पवन पाटीदार सुबह 8 से 2 बजे तक ओपीडी में मरीजों को देख रहे हैं वहीं दोपहर 2 से 8 बजे तक फिजीशियन डॉ रईस अहमद एमरजैंसी को देख रहे हैं । नाइट में डॉ हेमंत कला एमरजैंसी को देख रहे हैं । वहीं सर्जन डॉ अशोक वशिष्ठ बुधवार को नसबंदी का कैंप अटेंड करते हैं जिसके बाद पूरा सप्ताह दिखाई नहीं देते ।

सोनोग्राफी नही हो रही
चिकित्सालय में लंबे समय से सोनोग्राफी नहीं हो रही है जिससे महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । पीपीपी मॉडल पर सोनोग्राफी मशीन लगाई गयी थी । इस दौरान बुधवार और शनिवार को सोनोग्राफी की जाती थी लेकिन वर्तमान समय में मरीजों को सोनोग्राफी की सुविधा नहीं मिलने से आर्थिक परेशानियों के साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।

महिला चिकित्सक नही
लंबे समय से महिला चिकित्सक का पद खाली है जिसके चलते महिलाओं को छोटी बीमारियों के लिए भी निजी चिकित्सालय जाना पड़ रहा है । महिला चिकित्सक नहीं होने के चलते ज्यादा समस्याओं का सामना गर्भवती महिलाओं को करना पड़ रहा है ।  जहा महिलाओ को आर्थिक नुक्सान भी हो साथ ही लगभग 60 किलोमीटर जिला मुख्यालय या निजी चिकित्सालय जाना पड़ रहा है ।

सीबीसी की जांच बंद,  जनरेटर खराब
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्थाओं का अंबा लगा हुआ है । एक और लैब में सीबीसी की जांच मशीन खराब होने के चलते नहीं हो रही है तो दूसरी ओर चिकित्सालय में लगा बड़ा जनरेटर लंबे समय से खराब पड़ा हुआ है । लैब में सीबीसी की जांच नहीं होने के चलते मरीजों को निजी लैब में अधिक राशि देकर जांच कराने पर मजबूर होना पड़ रहा है ।

चिकित्सकों के अभाव में बाहर जा रहे मरीज
पिड़ावा नगर में लंबे समय से विशेषज्ञ चिकित्सकों  के अभाव में  मरीज  बाहर जा रहे हैं जिससे आर्थिक नुकसान के साथ-साथ उनका समय भी  खराब हो रहा है । चिकित्सकों के पद खाली होने के चलते  क्षेत्र के मरीज सुनेल निजी चिकित्सक सहित झालावाड़, कोटा, उज्जैन, इंदौर सहित अन्य चिकित्सक संस्थाओं में जाकर इलाज करवा रहे हैं ।

जनप्रतिनिधियों को नहीं आमजन के स्वास्थ्य की चिंता
नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा व कांग्रेस राजनीतिक दलों के बड़े-बड़े नेता निवास करते हैं । जिनके पास अपनी-अपनी पार्टियों के जिला लेवल तक के बड़े बड़े पद है लेकिन इनको क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य की चिंता दिखाई नहीं दे रही । क्षेत्रवासियों के द्वारा कई बार जनप्रतिनिधियों को चिकित्सकों के रिक्त पदों की समस्या से अवगत कराया गया लेकिन अभी तक जनप्रतिनिधियों द्वारा ऐसा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया जिसके चलते चिकित्सकों के पद भरे जा सके ।

पिड़ावा के साथ भेदभाव किया जा रहा है । कई सालों से चिकित्सको के पद भरने की मांग की जा रही है लेकिन उच्च अधिकारियों का एक ही जवाब आता है कि लगा देंगे । लगातार पांच वर्षों से तो 181 हेल्पलाइन नंबर पर भी चिकित्सक नहीं होने की शिकायत की गई है लेकिन अभी तक चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हुई ।
प्रकाश चंद पिड़ावा निवासी 

चिकित्सालय में लंबे समय से चिकित्सको के पद रिक्त है । समय समय पर चिकित्सालो को लगाने की मांग की जाती है लेकिन चिकित्सको की नयुक्ति अभी तक चिकित्सालय में नही हुई ।           
जीवन लाल टंडेल पिड़ावा निवासी

ये बोले जिम्मेदार                           
लगभग 35 संविदा कर्मियों की सेलरी का भुगतान बजट आन के अनुसार किया जाता है । चिकित्सकों की कमी के चलते उच्च अधिकारियों को अवगत करा रखा है । लैब की खराब सीबीसी मशीन के लिए कंप्लेन की हुई है ।
 डॉ पवन पाटीदार प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिड़ावा

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिड़ावा में रिक्त चिकित्सकों के पद के लिए निदेशालय स्तर पर अवगत कराया गया है । भर्ती के उपरान्त चिकित्सको की व्यवथा की जायेगी ।     
 झालावाड़ सीएमएचओ डॉ साजिद खान

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