झालावाड़। जिला गत वित्तीय वर्ष 2021-22 से आबकारी बन्दोबस्त, राजस्व एवं निरोधक गतिविधियों तथा अन्य विभागीय कार्याें में काफी पिछड़ रहा था। जिला आबकारी अधिकारी रियाजुद्दीन उस्मानी ने जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित को आबकारी विभाग की विषम परिस्थितियों से अवगत कराया। जिला कलक्टर द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 से उक्त समस्याओं से निजात पाने के लिये प्रभावी उपाय बताए गए। जिसको ध्यान में रखते हुए जिला आबकारी अधिकारी रियाजुद्दीन उस्मानी, सहायक आबकारी अधिकारी सामान्य शाखा डॉ. परमानन्द पाटीदार, सहायक आबकारी अधिकारी आबकारी निरोधक दल महिपाल सिंह राणावत, आबकारी निरीक्षक वृत्त झालावाड चेतनलाल रेगर, प्रहराधिकारी आबकारी निरोधक दल हुकम सिंह मीणा, प्रहराधिकारी आबकारी निरोधक दल अकलेरा छीतरलाल रेगर, प्रहराधिकारी आबकारी निरोधक दल चौमहेला एवं भवानीमण्डी बद्रीलाल वर्मा द्वारा कार्यवाही प्रारम्भ की जाकर अवैध शराब के ठिकानों पर कार्यवाही की गई। जिसके बाद गत वर्ष में माह अप्रैल एवं मई में दर्ज 16 अभियोगों के विरूद्ध चालू वित्तीय वर्ष में 78 अभियोग दर्ज कर 2717 बोतल अवैध शराब जब्त की जाकर लगभग 26000 लीटर वॉश को नष्ट किया गया। इसी दौरान वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु जिले के आबकारी ठेकों का बन्दोबस्त 99 प्रतिशत पूर्ण किया गया। मात्र दो माह में आबकारी राजस्व गत वर्ष की तुलना में 112 प्रतिशत पहुंच गया। आबकारी विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में प्राप्त आबकारी राजस्व 156 करोड़ रुपए के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 228 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया गया और चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के आबकारी राजस्व लक्ष्य 48 करोड़ रुपए के विरूद्ध 55 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त कर रेकार्ड कायम किया गया है। साथ ही 86 शराब ठेकेदारों के अनुज्ञापत्र निरस्त कर इनके द्वारा जमा धरोहर राशि एवं अग्रिम एकाकी विशेषाधिकार राशि 12.42 करोड रुपये जब्त किए गए। सम्पूर्ण कार्य में जिला कलक्टर के मार्गदर्शन के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक मोनिका सेन का सम्पूर्ण सहयोग रहा। जिसके कारण आबकारी राजस्व में पिछड़ा हुआ आबकारी विभाग झालावाड़ राजस्व में अग्रिम प्रगति की ओर अग्रसर हुआ। फलस्वरूप राजस्थान के आबकारी आयुक्त द्वारा जिला आबकारी अधिकारी को आबकारी राजस्व प्राप्ति, मदिरा उठाव व निरोधात्मक गतिविधियों में प्रशंसनीय कार्य करने हेतु प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
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