HADOTI HULCHAL NEWS

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भीषण गर्मी के चलते आमजन बरते विशेष एहतियात, लू-तापघात के रोगियों के उपचार की व्यवस्था के निर्देश


झा
लावाड़। गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही तापमान में लगातार वृद्धि होती जा रही है जिससे आम जन-जीवन प्रभावित हो रहा है, ऐसे मौसम मे लू-तापघात की संभावना के साथ पेट सम्बन्धी संक्रमण की आशंका कई गुणा बढ़ जाती है। चिकित्सा विभाग द्वारा आमजन गर्मी के मौसम में विशेष एहतियात बरतने की अपील की गई व स्टाफ द्वारा फील्ड में पर्याप्त नजर रखने के साथ संस्थान पर आवश्यक दवा का स्टॉक रखने के आवश्यक निर्देश दिए गए।

लू-ताप घात के लक्षण

घबराहट होना, गला सूखना, होठ सूखना, ठण्डा पसीना आना, बैचेनी होना, चक्कर आना, जी घबराना, सरदर्द होना आदि।

लू-ताप घात के बचाव

1.घर से बाहर निकलते समय भूखे पेट नही निकले हल्का भोजन लेवे। भोजन के साथ प्याज, केरी, केरी की आंच, छाछ, दही आदि का सेवन आवश्यक करें। 

2.घर से बाहर निकलते समय प्रातः 10ः00 बजे से पूर्व व सांय 05ः00 बजे के बाद निकलें।

3.मोटर साइकिल चलाते समय बच्चो को आगे न बिठायें।

4.अपने साथ साफी, तोलियॉ, सूती कपड़ा अवष्य रखें।

5.बच्चे, गर्भवती महिला व बुजर्ग लू-ताप घात के प्रति काफी संवेदनषील होते है अतः इनका विषेष ध्यान रखें। 


लू-ताप घात के उपाय

1.लू-ताप घात मरीजो को तत्काल नीबू की षिकंजी पिलायें तथा कपडो को गीला कर हवा करे व छाया में लिटायेे।

2.हल्के रंग के कपडे पहने। 

3.ओ.आर.एस. का सेवन निर्देषानुसार करें। 

मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. साजिद खान ने बताया कि आमजन भीषण गर्मी के चलते विशेष एहतियात बरतने की अपील की है। उन्होने जिले के सभी संस्था प्रभारीयों को निर्देष प्रदान किये है कि सभी अस्पताल में प्रसव पूर्व, प्रसव पष्चात वार्ड तथा प्रसव कक्ष में थर्मामीटर लगाये जावें जिसमें सामान्य तापमाप 15 से 18 डिग्री सेन्टीग्रेट तापमान बनाया रखा जायें तथा कूलर व पंखो की व्यवस्था करें तथा वेंटीलेषन की व्यवस्था करें। सभी संस्था प्रभारी प्रातः 8 बजे से 08ः30 बजे के बीच में प्रसूता वार्ड का राउण्ड लेकर उन्हे आवश्यक दवाइयॉ उपलब्ध करावें व लेखाकार को पाबन्द कर 08ः30 बजे से पूर्व प्रसुताओ को भुगतान दिलवाया जाना सुनिष्चित करें एव प्रातः 9 बजें से पूर्व प्रसूता को डिस्चार्ज कर घर पर छुडवाया जावें। फूड इस्पेक्टर को बर्फ, गन्ने का रस, आईसक्रीम व शीतल पेय तथा फलो को चेक कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देष दियें। लू ताप घात से होने वाली मृत्यु का पोस्टमार्टम रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड द्वारा ही करवाई जावें। जिला औषधि भण्डार में लू ताप घात कि व्यवस्था हेतु दवाइयॉ तथा ओआरएस का घोल उपलब्ध हो तथा समस्त ब्लॉक, समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों पर उचित मात्रा में दवाइयॉ तथा ओआरएस घोल हो, इस हेतु सभी ब्लॉक खण्ड चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिये गये कि वे दवाइयॉ तथा ओआरएस के घोल जिला औषधि केन्द्र से प्राप्त करें। सभी जगह पीने के पानी की टंकियो की सफाई हेतु निर्देष दिये गयें। लू ताप घात की रोकथाम हेतु प्रचार-प्रसार करवाने हेतु निर्देष दिये गयें। नरेगा में काम करने वाले मजदूर (मेट) हेतु दवाइयॉ उपलब्ध कराने हेतु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देष दिये गये की वह अपने अधीनस्थ एएनएम को पाबन्द करें की अपने क्षेत्र में दवाइयॉ उपलब्ध करावे। प्रदेश मे गर्मी के मौसम एवं अतिरिक्त तापमान को देखते हुए सीएमएचओ द्वारा जिले के सभी चिकित्सा प्रभारियों को निर्देश जारी किये कि अस्पताल में प्रातः 8 बजे से 9 बजे के बीच भर्ती मरीजों का निरीक्षण कर लिया जावे। लू तापघात/उल्टी दस्त की रोकथम हेत ओ.आर.एस. के पेकेट, ड्रीपसेट, आई.वी. फलूट पर्यात मात्रा मे सभी स्वास्थ केन्द्रो पर उपलब्ध है। प्रत्येक प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर वार्डो मे कूलर लगवाने के निर्देष दिये है, रोकथाम हेतु पम्पलेट वितरित किये जा रहे हैंे। लू तापघात के लक्षण, मिलने पर मरीज को तुरन्त वार्ड मे भर्ती कर उपचार किया जावे। सभी खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को समय-समय पर अपने क्षेत्र में विजिट करने हेतु निर्देष दिये गयें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, द्वारा सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे अपने खण्ड स्तर पर मिटिंग आयोजित कर जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन, समाजसेवीयो को ‘‘लू‘‘ घात ताप के प्रति रोकथाम के लिये जागरूक करें।

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