सौरभ जैन
पिड़ावा नगर पालिका स्थाई अधिशासी अधिकारी व कनिष्ट अभियंता के पद के लिए लगातार उपेक्षाओं का शिकार हो रही है। जिसके चलते आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गत दिनों पहले पिड़ावा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी का स्थानांतरण होने के बाद पिड़ावा पालिका फिर से बिना अधिशासी अधिकारी के हो गयी। तत्कालीन अधिशासी अधिकारी महेंद्र चरण ने सितंबर 2021 में पालिका का चार्ज लिया और 15 फरवरी 2022 को टोंक जिले के उनियारा नगर पालिका में स्थानांतरण होने के बाद पालिका से रिलीव हो गए। वही पालिका में लंबे समय से कनिष्ट अभियंता का पद भी रिक्त चल रहा है। लंबे समय से पालिका में अधिशासी अधिकारी व कनिष्ट अभियंता के आने जाने का सिलसिला जारी है। जिसके चलते आमजन के कार्य समय पर नही हो रहे है ओर उनको बार बार पालिका के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ रहा है।
विकास तो तरसता पिड़ावा
नगर पालिका में लंबे समय से अधिशासी अधिकारी व कनिष्ठ अभियंताओं के आने जाने के सिलसिले के कारण पिड़ावा नगर विकास को तरस रहा है। पालिका में रिक्त पड़े पदों के कारण पिड़ावा में विकास कार्य नहीं होने के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पालिका में बोर्ड बनने के बाद से ही विकास कार्य ठप पड़े हुए है। हाल ही में पालिका ने कई विकास कार्यो के लिए 2 करोड़ के टेंडर की विज्ञप्ति जारी की थी। पालिका में पद रिक्त होने के चलते आमजन के मूलभूत कार्य पट्टा बनाना, विवाह पंजीयन, निर्माण स्वीकृति, अनापत्ति प्रमाण पत्र सहित कई कार्य के लिए चक्कर लगाने को विवश हो रहे है।
वरिष्ठ सहायक एपीओ
पिड़ावा नगर पालिका में कार्यरत वरिष्ठ सहायक श्याम बिहारी को स्वायत्त शासन विभाग ने एपीओ कर मुख्यालय जयपुर लगाया। पहले अधिशासी अधिकारी का स्थानांतरण और अब वरिष्ठ सहायक के एपीओ होने के बाद नगर पालिका में कुछ भी कर्मचारी रह गए। इसी तरह लगातार अधिकारियों व कर्मचारियों का स्थानांतरण होता रहेगा तो पिड़ावा नगर पालिका कैसे संचालित होगी। वर्तमान समय में पिड़ावा नगर पालिका में मुख्य पद अधिशासी अधिकारी, कनिष्ठ अभियंता व वरिष्ठ सहायक का पद रिक्त होने के चलते आमजन को बहुत परेशानियां उठानी पड़ेगी।
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