HADOTI HULCHAL NEWS

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कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए टीकाकरण को दें गति चिकित्सा सुविधाओं में करें विस्तार - प्रभारी मंत्री

 

झालावाड़ श्रम, कारखाना एवं बॉयलर्स निरीक्षण, सहकारिता विभाग, इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री टीकाराम जूली द्वारा मंगलवार को मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित बैठक में कोविड़-19 से संक्रमित मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सुविधाओं एवं टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा की गई।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि कोविड-19 की द्वितीय लहर के कारण राजस्थान में ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई थी। इस कमी को राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के कुशल नेतृत्व में उडीसा, पश्चिम बंगाल, गुजरात आदि राज्यों से ऑक्सीजन गैस लाकर हजारों मरीजों की जान बचाई गई। प्रदेश के 18 से 44 वर्ष के युवाओं को भी कोविड-19 के मुफ्त टीके लगाने के लिए माननीय मुख्यमंत्री ने अलग से बजट की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, मेडिकल से जुडे हुए अधिकारियों व कर्मचारियों तथा जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों के सहयोग से झालावाड़ जिले में उत्कृष्ट कार्य किया है। जिले के मरीजों के साथ-साथ मध्यप्रदेश के मरीजों का भार होते हुए भी जिले के बेहतर चिकित्सकीय प्रबंधन से हजारों लोगों का इलाज किया गया है।

कोविड़-19 की दूसरी लहर से फैले संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाया गया है। जिससे स्थिति नियंत्रण में आई है। कोरोना की की संभावित तीसरी लहर से खासतौर से छोटे बच्चों में संक्रमण की आशंका जाहिर की गई है। जिले में कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए हमें ग्रामीण स्तर पर संचालित सीएचसी एवं पीएचसी पर चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार करना होगा। इसके साथ-साथ श्री राजेन्द्र सार्वजनिक चिकित्सालय में चिकित्सा विभाग के निर्देशानुसार शिशु वार्ड जो 90 बेड का है उसे 250 बेड का करना है। बच्चों के तीस बेड के आईसीयू को 100 बेड का करना है, एनआईसीयू के 20 बेड को 50 बेड तथा एसएनसीयू को 20 बेड से बढ़ाकर 100 बेड करना है। वहीं कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए प्रस्तावित 250 बेड के शिशु वार्ड पर 25 चिकित्सक तथा 60 मेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था के लिए मेडिकल कॉलेज झालावाड़ द्वारा प्रस्ताव बनाकर परियोजना निदेशक आर सीएच को भेज दिया गया है। इसके साथ-साथ प्रभारी मंत्री ने ब्लैक फंगस बीमारी से ग्रसित मरीजों की चिकित्सा के बारे में भी एसआरजी अधीक्षक डॉ. संजय पोरवाल से जानकारी प्राप्त की।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान किराना व दूध की डेयरियों पर सोशल डिस्टेंन्सिग की पालना के लिए दुकान के बाहर निश्चित दूरी पर गोले बनवाने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। इसके साथ-साथ उन्होंने निजी अस्पतालों में कोविड का इलाज करा रहे मरीजों से राज्य सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक राशि नहीं वसूलने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कोरोना डोज की छीजत को कम करने के लिए भी चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है।

कोटा संभाग के संभागीय आयुक्त कैलाश चन्द मीणा ने कहा कि कोरोना फ्री ग्राम पंचायत बनाने के लिए सरपंच, वार्ड पंच, ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, बीएलओ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कोरोना प्रहरी के रूप में कार्य करें। उन्होंने कोविड-19 डोज का मित्वययता एवं बुद्धिमानी से उपयोग करते हुए इसकी छीजत में कमी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने डोर टू डोर सर्वे में मिले आईएलआई मरीजों की गंभीरता से निरन्तर निगरानी करते हुए इलाज करने के निर्देश संबंधित को दिए हैं। उन्होंने कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर फेस मास्क नहीं लगाने वाले ग्रामीणों पर एक हजार रुपए का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास तथा आरसीएचओ को संयुक्त रूप से कार्य करते हुए बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से बच्चों को पोषाहार का वितरण करवाने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक को दिए हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्र के सीएचसी-पीएचसी को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भिजवाने के निर्देश दिए है।

जिला कलक्टर हरि मोहन मीना ने बताया कि कोविड़-19 की दूसरी लहर के कारण ग्रसित मरीजों का इलाज गांवों एवं शहरों में घर पर ही करने के लिए किए गए 7 लाख 29 हजार परिवारों का डोर टू डोर सर्वे किया गया जिसमें 23 हजार 664 व्यक्तियों में आईएलआई के लक्षण पाए जाने पर उन्हें 22 हजार 379 मेडिसिन किट उपलब्ध कराए गए।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज में 3 ऑक्सीजन प्लान्ट स्वीकृत किए गए साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सेटेलाईट अस्पताल झालरापाटन, पिड़ावा, सुनेल एवं अकलेरा तथा सीएसआर के अन्तर्गत खानपुर, चौमहला, रायपुर, ढाबला खींची सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी ऑक्सीजन प्लान्ट स्वीकृत किए गए। वहीं भवानीमण्डी, डग, मनोहरथाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो के लिए स्वीकृति प्रक्रियाधीन है।

कोविड़-19 के दौरान मेडिकल कॉलेज झालावाड में 65 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर उपलब्ध करवाए गए वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को 155 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर दिए गए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एक्टिव मरीजों की संख्या करीब 2700 है तथा राजकीय एवं निजी अस्पतालों में 400 मरीज भर्ती है। ब्लैक फंगस के 5 मरीज स्क्रीनिंग के बाद रेफर किए गए। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 1 लाख 6 हजार बच्चे है जिनमें से 90 हजार बच्चे सामान्य है, करीब 16 हजार बच्चे कुपोषित है व 179 बच्चे अतिकुपोषित है।

इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी, उपखण्ड अधिकारी झालावाड़ मुहम्मद जुनैद, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. शिव भगवान शर्मा, पेडियाट्रिक्स एचओडी डॉ. राजेन्द्र गुप्ता, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश बंसल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

खण्डिया पीएचसी में टीकाकरण कार्यक्रम एवं खानपुर सीएचसी का किया निरीक्षण

प्रभारी मंत्री ने खण्डिया पीएचसी पहुंच कर वहां चलाए जा रहे टीकाकरण कार्यक्रम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने टीका लगवाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके पश्चात् प्रभारी मंत्री ने सीएचसी खानपुर में चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा भर्ती हो रहे मरीज के साथ उपस्थित अटेंडेंट से भी वहां दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। सीएचसी प्रभारी द्वारा प्रभारी मंत्री से सीएचसी में स्त्री प्रसूति रोग विशेषज्ञ के पद पर चिकित्सक लगाने का आग्रह किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ. किरन कंग सिद्धू, पूर्व विधायक मीनाक्षी चन्द्रावत, कैलाश मीणा, सुरेश गुर्जर सहित अन्य उपस्थित रहे।

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